मुंबई, 24 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले के बसंतगढ़ इलाके में गुरुवार सुबह से सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है। इस एनकाउंटर में अब तक एक आतंकी को मार गिराया गया है जबकि तीन और आतंकियों के इलाके में छिपे होने की आशंका जताई जा रही है। सेना और पुलिस द्वारा सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है। जम्मू जोन के आईजीपी भीम सेन के अनुसार, बसंतगढ़ के बिहाली इलाके में पिछले एक साल से चार आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिल रही थी। गुरुवार सुबह साढ़े आठ बजे खुफिया जानकारी के आधार पर कार्रवाई शुरू की गई। इसी दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसका जवाब देते हुए एक आतंकी मारा गया। 23 अप्रैल को भी बारामूला के उरी सेक्टर में एलओसी के पास घुसपैठ की कोशिश को सेना ने नाकाम कर दिया था।
इस कार्रवाई में दो आतंकियों को ढेर कर दिया गया। अधिकारियों के अनुसार, 2 से 3 आतंकी घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। 12 अप्रैल को जम्मू के अखनूर इलाके के केरी बट्टल में मुठभेड़ के दौरान 9 पंजाब रेजिमेंट के जूनियर कमीशंड ऑफिसर कुलदीप चंद शहीद हो गए थे। मुठभेड़ एक रात पहले शुरू हुई थी और आतंकियों से भिड़ंत में यह बलिदान हुआ। इससे एक दिन पहले, 11 अप्रैल को किश्तवाड़ के जंगलों में मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकियों को मार गिराया था। मारे गए आतंकियों में उनका टॉप कमांडर सैफुल्लाह भी शामिल था। 4 और 5 अप्रैल की रात जम्मू के आरएस पुरा सेक्टर में एलओसी के पास बीएसएफ के जवानों ने एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को ढेर कर दिया था। इसके अलावा 1 अप्रैल को पुंछ जिले के कृष्णा घाटी सेक्टर में सेना ने 4 से 5 पाकिस्तानी घुसपैठियों को मार गिराया था। मार्च 2025 में जम्मू के कठुआ जिले में एक महीने के भीतर तीन बार मुठभेड़ हुई। पहली मुठभेड़ 23 मार्च को हीरानगर सेक्टर में हुई, जहां जैश-ए-मोहम्मद के प्रॉक्सी संगठन पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट से जुड़े पांच आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया, लेकिन आतंकी भागने में सफल रहे। इसके बाद 28 मार्च को दूसरी मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गए। इस मुठभेड़ में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के चार जवान तारिक अहमद, जसवंत सिंह, जगबीर सिंह और बलविंदर सिंह शहीद हो गए थे। साथ ही डीएसपी धीरज सिंह सहित तीन जवान घायल हुए, जिनका इलाज जारी है। तीसरी मुठभेड़ 31 मार्च की रात पंजतीर्थी मंदिर के पास हुई, जहां तीन आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली। इस मुठभेड़ में एक आतंकी के मारे जाने की सूचना है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं की गई है। इन घटनाओं से स्पष्ट है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए सुरक्षाबल सतत और सख्त कार्रवाई कर रहे हैं। घुसपैठ की हर कोशिश को नाकाम कर आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है।