भारत अब केवल अपने घरेलू विकास पर ही ध्यान केंद्रित नहीं कर रहा है, बल्कि एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के कई मित्र देशों के बुनियादी ढांचा विकास में एक महत्वपूर्ण भागीदार के रूप में उभरा है। भारत सरकार द्वारा समर्थित लाइन ऑफ क्रेडिट (LoC) के माध्यम से, इन देशों में बिजली, रेल, सड़क, हवाई अड्डे, जल आपूर्ति और ऊर्जा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर परियोजनाएं या तो पूरी हो चुकी हैं या उन पर तेज़ी से काम चल रहा है।
ये परियोजनाएं न केवल इन विकासशील देशों की अर्थव्यवस्थाओं को मजबूती प्रदान कर रही हैं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत के प्रभाव को भी बढ़ा रही हैं और उसे एक भरोसेमंद विकास भागीदार के रूप में स्थापित कर रही हैं। भारत इन परियोजनाओं के जरिए विकासशील देशों के साथ अपनी दीर्घकालिक विकास साझेदारी को और मजबूत कर रहा है।
पड़ोसी और दूर-दराज के देशों में प्रभाव
भारत की विकास साझेदारी की यह पहल पड़ोसी देशों से लेकर पूर्वी और पश्चिमी अफ्रीका तथा लैटिन अमेरिका तक फैली हुई है।
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पड़ोसी देश:
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बांग्लादेश में रूपपुर परमाणु बिजली संयंत्र से बिजली निकासी के लिए पावर एवैक्यूएशन ढांचा विकसित किया जा रहा है, जबकि खुलना–मोंगला पोर्ट रेल लाइन परियोजना पूरी हो चुकी है, जिससे बंदरगाहों और व्यापारिक गतिविधियों को बड़ा बढ़ावा मिला है।
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नेपाल में कालीगंडकी कॉरिडोर सड़क परियोजना और आवास परियोजना के तीसरे चरण को पूरा कर लिया गया है, जबकि कोशी कॉरिडोर ट्रांसमिशन लाइन पर काम जारी है।
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श्रीलंका में माहो–अनुराधापुर–ओमानथाई रेलवे ट्रैक का उन्नयन पूरा हो चुका है, जिससे रेल यातायात को गति मिली है।
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म्यांमार में ट्रांसमिशन लाइन और सबस्टेशन परियोजना सफलतापूर्वक पूरी हुई है, जिससे बिजली आपूर्ति प्रणाली मजबूत हुई है।
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अफ्रीकी और अन्य देश:
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भारत अफ्रीका में भी जलविद्युत, सीमेंट प्लांट और जल आपूर्ति जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में काम कर रहा है। बुरुंडी में 20 मेगावाट जलविद्युत परियोजना और कैमरून में कसावा प्लांटेशन परियोजना पूरी हो चुकी है।
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तंजानिया में लेक विक्टोरिया पाइपलाइन का विस्तार और जांजीबार में जल आपूर्ति योजना का पुनर्वास जैसी कई जल परियोजनाएं पूरी हुई हैं।
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मालदीव में अड्डू सिटी विकास और हनिमाधू अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का काम पूरा हो चुका है, जबकि ग्रेटर माले कनेक्टिविटी परियोजना पर काम जारी है।
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मॉरीशस में मेट्रो एक्सप्रेस परियोजना के तीन चरण पूरे हो चुके हैं, जो वहां की सार्वजनिक परिवहन प्रणाली में क्रांति लाए हैं।
चल रही और पूरी हो चुकी प्रमुख परियोजनाएं (चयनित)
| देश का नाम |
प्रोजेक्ट्स का नाम |
स्टेटस |
| बांग्लादेश |
रूपपुर परमाणु बिजली संयंत्र के लिए पावर एवैक्यूएशन अवसंरचना विकास |
काम जारी |
| कांगो गणराज्य |
ग्रीनफील्ड 600 TPD रोटरी किल्न सीमेंट प्लांट स्थापना |
काम जारी |
| गुयाना |
ईस्ट बैंक–ईस्ट कोस्ट रोड लिंकज परियोजना (फेज-I) |
कंपलीट |
| मालदीव |
हनिमाधू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा |
कंपलीट |
| मालदीव |
ग्रेटर माले कनेक्टिविटी परियोजना |
काम जारी |
| मॉरीशस |
मेट्रो एक्सप्रेस परियोजना (फेज-I, II, III) |
कंपलीट |
| मंगोलिया |
कच्चा तेल रिफाइनरी निर्माण परियोजना |
काम जारी |
| नेपाल |
कोशी कॉरिडोर ट्रांसमिशन लाइन परियोजना |
काम जारी |
| जिम्बाब्वे |
डेका पंपिंग स्टेशन और नदी जल इंटेक सिस्टम उन्नयन |
काम जारी |