रांची न्यूज डेस्क: गुरुनानक सेवक जत्था के 135 श्रद्धालुओं का एक दल 3 जून को उत्तराखंड स्थित पवित्र श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा पर निकलेगा। यह जत्था रांची के कृष्णा नगर कॉलोनी से रवाना होगा। इस यात्रा को लेकर गुरुनानक सत्संग सभा में एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें यात्रा से जुड़ी सभी तैयारियों की समीक्षा की गई और यात्रियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए। जत्था के संयोजक नरेश पपनेजा ने बताया कि यह जत्था रांची से 3 जून को शाम 4:25 बजे ट्रेन द्वारा रवाना होगा।
दिल्ली पहुंचने के बाद श्रद्धालु पहले ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री शीशगंज साहिब और श्री बंगला साहिब के दर्शन करेंगे। दर्शन के बाद उसी दिन शाम को जत्था ऋषिकेश के लिए प्रस्थान करेगा। 6 जून की रात करीब 8 बजे जत्था ऋषिकेश से गोविंद घाट पहुंचेगा, जहां से अगली सुबह यात्रा की मुख्य शुरुआत होगी।
7 जून को गोविंद घाट से श्रद्धालु 13 किलोमीटर की कठिन पैदल यात्रा कर गोविंद धाम पहुंचेंगे। इसके अगले दिन यानी 8 जून को जत्था गोविंद धाम से 6 किलोमीटर की और चढ़ाई कर पवित्र स्थल श्री हेमकुंड साहिब पहुंचेगा और वहां गुरुद्वारा साहिब के दर्शन करेगा। इस आध्यात्मिक यात्रा के दौरान सभी श्रद्धालु बद्रीनाथ धाम भी जाएंगे।
12 जून को जत्था दिल्ली से वापसी के लिए रवाना होगा और उसी दिन रांची पहुंचेगा। बैठक के दौरान यात्रा को सुचारु रूप से संपन्न करने के लिए विभिन्न जिम्मेदारियां सौंपी गईं। इस बैठक का संचालन मनीष मिढ़ा ने किया जबकि आभार प्रकट करने का कार्य सूरज झंडई ने निभाया। यात्रा के आयोजन को लेकर श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है।