रांची न्यूज डेस्क: रांची रेल मंडल में नाबालिग बच्चों की सुरक्षा को लेकर आरपीएफ पूरी तरह सतर्क है। मंडल सुरक्षा आयुक्त पवन कुमार के निर्देश पर रेलवे सुरक्षा बल (RPF) लगातार निगरानी कर रहा है। इसी कड़ी में 28 मई 2025 को सूचना मिली कि दो नाबालिग लड़के रांची रेलवे स्टेशन के आसपास भटकते हुए देखे गए हैं, जो संभवतः अपने घर से भागे हुए हैं।
सूचना मिलते ही आरपीएफ पोस्ट रांची की टीम ने 'नन्हे फरिश्ते' अभियान के तहत तुरंत सर्च ऑपरेशन शुरू किया। कुछ ही देर में दोनों बच्चों को स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया से सुरक्षित ढंग से ढूंढ निकाला गया। यह पूरी कार्रवाई काफी तेजी से और सूझबूझ के साथ की गई, जिससे बच्चों को किसी भी परेशानी से पहले ही बचा लिया गया।
पूछताछ के दौरान दोनों लड़कों ने अपनी पहचान बिट्टू कुमार (14 वर्ष) और आदित्य सैनी (15 वर्ष) के रूप में दी। दोनों बिहार के वैशाली जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि वे माता-पिता की डांट से नाराज़ होकर घर से निकल आए थे और रांची तक पहुंच गए। उनकी इस हरकत से घरवाले बेहद परेशान हो गए थे।
बच्चों को सुरक्षित रेस्क्यू करने के बाद आरपीएफ ने उनके परिवार वालों को सूचना दी और सभी जरूरी कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उन्हें चाइल्डलाइन रांची को सौंप दिया गया, ताकि आगे की देखभाल हो सके। इस पूरे अभियान में उप निरीक्षक रवि शेखर, कांस्टेबल अरुण कुमार और महिला कांस्टेबल केएम अंजना ने सराहनीय भूमिका निभाई।