मुंबई, 10 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) वैश्विक तकनीकी दिग्गज माइक्रोसॉफ्ट ने भारत के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और क्लाउड इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए एक ऐतिहासिक निवेश की घोषणा की है। कंपनी अगले चार वर्षों (2026-2029) में $17.5 बिलियन (लगभग ₹1.45 लाख करोड़) का निवेश करेगी, जो एशिया में माइक्रोसॉफ्ट का अब तक का सबसे बड़ा निवेश है।
यह बड़ी घोषणा माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन और सीईओ सत्या नडेला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नई दिल्ली में मुलाकात के तुरंत बाद की। दोनों नेताओं ने भारत के AI रोडमैप और विकास प्राथमिकताओं पर चर्चा की।
निवेश के मुख्य स्तंभ: 'स्केल, स्किल्स और सॉवरेनिटी'
माइक्रोसॉफ्ट का यह निवेश भारत को AI-फर्स्ट भविष्य के लिए तैयार करने पर केंद्रित है, जिसके तीन मुख्य स्तंभ हैं:
हाइपरस्केल AI इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण (Scale):
कंपनी भारत में अपनी क्लाउड और AI कंप्यूटिंग क्षमता का कई गुना विस्तार करेगी।
हैदराबाद में एक नया इंडिया साउथ सेंट्रल क्लाउड रीजन स्थापित किया जाएगा, जो 2026 के मध्य तक शुरू होने वाला माइक्रोसॉफ्ट का देश में सबसे बड़ा हाइपरस्केल डेटा सेंटर क्षेत्र होगा।
चेन्नई, हैदराबाद और पुणे में मौजूदा डेटा सेंटर क्षेत्रों का भी विस्तार किया जाएगा, जिससे व्यवसायों और स्टार्टअप्स के लिए AI सेवाओं की गति (low-latency) बढ़ेगी।
AI कौशल विकास (Skills):
माइक्रोसॉफ्ट ने 2030 तक 20 मिलियन (2 करोड़) भारतीयों को आवश्यक AI कौशल से लैस करने के अपने लक्ष्य को दोगुना कर दिया है। यह पहल छात्रों, पेशेवरों और उद्यमियों को AI क्रांति के लिए तैयार करेगी।
डिजिटल सॉवरेनिटी (Sovereignty):
भारत के नियामक और डेटा-शासन की जरूरतों के अनुरूप सुरक्षित, सॉवरेन-रेडी (Sovereign-ready) हाइपरस्केल इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण किया जाएगा, जिसमें विशेष रूप से सॉवरेन पब्लिक क्लाउड और सॉवरेन प्राइवेट क्लाउड समाधान शामिल हैं।
लाखों लोगों को मिलेगा फायदा
इस निवेश का सबसे बड़ा प्रभाव सरकारी सेवाओं पर देखने को मिलेगा:
माइक्रोसॉफ्ट अपने एज़ूर ओपनएआई सर्विस (Azure OpenAI Service) का उपयोग करके श्रम और रोजगार मंत्रालय के ई-श्रम और नेशनल करियर सर्विस (NCS) प्लेटफार्मों में AI क्षमताओं को एकीकृत करेगा।
यह पहल 310 मिलियन से अधिक असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को बहुभाषी समर्थन, AI-सक्षम नौकरी मिलान और भविष्य के कौशल की मांगों के बारे में जानकारी प्रदान करेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने किया स्वागत
प्रधानमंत्री मोदी ने नडेला के ट्वीट का जवाब देते हुए कहा, "जब AI की बात आती है, तो दुनिया भारत के बारे में आशावादी है! यह देखकर खुशी हुई कि माइक्रोसॉफ्ट एशिया में अपना अब तक का सबसे बड़ा निवेश भारत में करने जा रहा है। भारत के युवा नवाचार के लिए इस अवसर का उपयोग करेंगे और एक बेहतर ग्रह के लिए AI की शक्ति का लाभ उठाएंगे।"
माइक्रोसॉफ्ट का यह कदम भारत को वैश्विक AI पावरहाउस के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक निर्णायक मोड़ माना जा रहा है, खासकर ऐसे समय में जब अमेज़न (Amazon) और गूगल (Google) जैसे अन्य तकनीकी दिग्गज भी भारतीय AI बाजार में भारी निवेश कर रहे हैं।