रांची न्यूज डेस्क: रांची के एससी-एसटी थाना में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। यह शिकायत नामकुम की रहने वाली अंजली लकड़ा ने की है। मामला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण को लेकर कांग्रेस नेताओं की टिप्पणियों से जुड़ा है। 18वीं लोकसभा के बजट सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति ने संसद के दोनों सदनों को संबोधित किया था, जिसके बाद सोनिया गांधी ने उनके लिए "बेचारी" शब्द का इस्तेमाल किया और राहुल गांधी ने भाषण को "बोरिंग" बताया। इन बयानों को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है।
भाजपा ने इसे आदिवासी समाज का अपमान बताया और कांग्रेस नेताओं से माफी की मांग की। इसी को लेकर अंजली लकड़ा ने रांची में एफआईआर दर्ज कराई है। उनकी शिकायत में कहा गया है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के लिए "बोरिंग, पुअर लेडी, असहाय, लाचार, गरीब महिला और थकी हुई" जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर उनका अपमान किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह एक सुनियोजित साजिश के तहत किया गया, जिससे न सिर्फ राष्ट्रपति बल्कि पूरे आदिवासी समाज का अपमान हुआ है।
एफआईआर में यह भी कहा गया है कि भारत की प्रथम नागरिक और तीनों सेनाओं की प्रमुख होने के बावजूद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने की कोशिश की गई। इस तरह की टिप्पणियां पूरे देश और अनुसूचित जनजाति समाज के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाली हैं। इस मामले में कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है।
वहीं, प्रियंका गांधी ने अपनी मां सोनिया गांधी का बचाव करते हुए कहा कि उनकी मंशा अपमान करने की नहीं थी। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी 78 साल की बुजुर्ग महिला हैं और उन्होंने बस इतना कहा था कि राष्ट्रपति इतना लंबा भाषण पढ़ने के कारण थक गई होंगी। प्रियंका ने मीडिया पर आरोप लगाया कि बातों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी राष्ट्रपति का पूरा सम्मान करते हैं और उनके बयान का गलत मतलब निकाला जा रहा है।