फरवरी 2023 में तुर्की में आए भूकंप के बाद भारत ने तुरंत ऑपरेशन दोस्त के तहत राहत सामग्री और बचाव दल भेजकर अपनी दोस्ती का परिचय दिया था। भारतीय वायुसेना का C-17 विमान 12 घंटे के भीतर राहत सामग्री लेकर तुर्की पहुंचा था। उस समय भारत ने तुर्की को अपना सच्चा मित्र माना। लेकिन हाल ही में तुर्की ने पाकिस्तान का समर्थन करते हुए भारत के खिलाफ हथियार और ड्रोन भेजे, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया।
भारत ने तुर्की को दी कड़ी सजा
तुर्की की इस हरकत से नाराज होकर भारत ने तुर्की के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए हैं। सोशल मीडिया पर #BoycottTurkey ट्रेंड हो रहा है और भारतीय जनता तुर्की के उत्पादों और सेवाओं का बहिष्कार कर रही है। आइए जानते हैं भारत ने तुर्की को कैसे जवाब दिया:
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मार्बल और सेब का बहिष्कार: उदयपुर मार्बल प्रोसेसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष कपिल सुराना ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर तुर्की से मार्बल और सेब के आयात पर रोक लगाने की मांग की है।
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तुर्की के सोशल मीडिया चैनल पर प्रतिबंध: तुर्की के सरकारी चैनल TRT वर्ल्ड को भारत में ब्लॉक किया गया था, हालांकि बाद में कुछ समय के लिए प्रतिबंध हटा लिया गया।
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शैक्षणिक संबंधों में दरार: दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) ने तुर्की की इनोनु यूनिवर्सिटी के साथ करार को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया।
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सिक्योरिटी सर्विस पर रोक: तुर्की की सेलेबी एविएशन कंपनी को भारतीय एयरपोर्ट्स पर सुरक्षा सेवा देने से रोका गया है। यह कंपनी दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु जैसे प्रमुख हवाईअड्डों पर काम करती थी।
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OTT कंटेंट का बहिष्कार: भारत में फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) ने फिल्म इंडस्ट्री से तुर्की का बहिष्कार करने की अपील की है और कहा है कि इंडियन प्रोड्यूसर्स तुर्की में शूटिंग न करें।
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तुर्की कलाकारों के वीजा रद्द करने की मांग: ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन (AICWA) ने तुर्की और अजरबैजान का पूर्ण बहिष्कार करने की घोषणा की है। अब तुर्की के कलाकारों को भारत में काम नहीं मिलेगा और भारतीय कलाकार भी तुर्की की फिल्मों में हिस्सा नहीं लेंगे।
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तुर्की और अजरबैजान की फ्लाइट्स रद्द: ईज माय ट्रिप, मेक माई ट्रिप, क्लियरट्रिप, और Ixigo जैसी कंपनियों ने तुर्की और अजरबैजान के लिए बुक की गई फ्लाइट्स को रद्द करना शुरू कर दिया है।
निष्कर्ष
भारत ने अपने दोस्त तुर्की को उसके पाकिस्तान के साथ मिलकर भारत के खिलाफ काम करने पर स्पष्ट संदेश दिया है कि वह दुश्मनी बर्दाश्त नहीं करेगा। आर्थिक, सांस्कृतिक और सुरक्षा क्षेत्र में कड़े प्रतिबंध लगाकर भारत ने तुर्की को उसकी गलती की कीमत चुकाने के लिए मजबूर किया है। यह कदम न केवल तुर्की के लिए चेतावनी है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत की मजबूती और संकल्प का परिचायक भी है।