मुंबई, 21 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। तेहरान में एक अपार्टमेंट पर ड्रोन हमले में ईरान के न्यूक्लियर साइंटिस्ट इसार तबातबाई-कमशेह और उनकी पत्नी की मौत हो गई है। ईरान की मेहर न्यूज एजेंसी के मुताबिक, यह हमला शुक्रवार को हुआ और इसके पीछे इजराइल का हाथ बताया जा रहा है। इस हमले के साथ ही इजराइल 13 जून से अब तक ईरान के कुल 11 परमाणु वैज्ञानिकों की हत्या कर चुका है। इजराइली सेना ने शनिवार को यह भी दावा किया है कि उसने ईरानी सेना के तीन कमांडरों और चार जवानों को मार गिराया है। इस बीच भारत सरकार के ऑपरेशन सिंधु के तहत शनिवार शाम ईरान के मशहद से एक और फ्लाइट दिल्ली पहुंची, जिसमें 310 भारतीय नागरिक थे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने जानकारी दी है कि अब तक कुल 827 भारतीयों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है। ईरान और इजराइल के बीच जारी इस टकराव में अब तक ईरान में 657 लोगों की मौत हो चुकी है और 2000 से ज्यादा घायल हुए हैं। हालांकि ईरानी स्वास्थ्य मंत्रालय ने 430 नागरिकों के मारे जाने और 3500 के घायल होने की ही पुष्टि की है। इजराइल की ओर से 24 लोगों की मौत और 900 से अधिक लोगों के घायल होने की जानकारी सामने आई है। वहीं ईरान ने पहली बार सार्वजनिक तौर पर स्वीकार किया है कि उसने एक जर्मन साइकिलिस्ट मारेक कॉफमैन को जासूसी के आरोप में हिरासत में लिया है। ईरान का आरोप है कि कॉफमैन यहूदी नागरिक है और अमेरिकी-इस्राइली अधिकारियों के संपर्क में था। ईरानी सेना से जुड़ी एक एजेंसी ने उसका एक वीडियो जारी किया है जिसमें वह देश के सैन्य ठिकानों की वीडियो रिकॉर्डिंग की बात स्वीकार करता नजर आ रहा है।
इजराइल के ताजा हमले में ईरान के बंदर-ए-महशहर इलाके में स्थित सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिससे भारी नुकसान हुआ है। यह इलाका अपने पेट्रोकेमिकल उद्योग और एनर्जी इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए जाना जाता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, अहवाज शहर और महशहर बंदरगाह पर जोरदार धमाकों की आवाज सुनी गई, जिसके बाद वहां एयर डिफेंस सिस्टम एक्टिव कर दिया गया। ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराकची ने इस्लामिक सहयोग संगठन के इस्तांबुल सम्मेलन में कहा कि अगर अमेरिका इस युद्ध में इजराइल के साथ शामिल होता है तो इसके नतीजे पूरी दुनिया के लिए खतरनाक होंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जब तक इजराइल के साथ युद्ध जारी है, ईरान अमेरिका के साथ किसी नए परमाणु समझौते पर बातचीत नहीं करेगा। उधर, न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने अपनी मौत के बाद के लिए तीन मौलवियों को उत्तराधिकारी के रूप में चुना है। रिपोर्ट के मुताबिक, उनके बेटे मोजतबा खामेनेई का नाम इस सूची में शामिल नहीं किया गया है। बताया जा रहा है कि खामेनेई खुद फिलहाल इजराइल की हत्या की धमकियों के चलते एक अज्ञात बंकर में छिपे हुए हैं।