रांची न्यूज डेस्क: रांची में रिश्वतखोरी के खिलाफ लगातार चल रही कार्रवाई में इस साल का छठा ट्रैप केस सामने आया है। इस बार जिला खनन कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर बिन्देश तिर्की को 2 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया। मामले की शुरुआत तब हुई, जब पीड़ित अश्वन तिर्की ने एसीबी को लिखित आवेदन देकर जानकारी दी कि उनका ट्रैक्टर, जो सरकारी काम के लिए बालू लोड कर जोन्हा जा रहा था, राहे अंचल अधिकारी द्वारा पकड़ लिया गया और सिल्ली थाना को सौंप दिया गया।
28 अप्रैल को सिल्ली थाना के प्रभारी ने फोन पर बताया कि ट्रैक्टर का चालान खनन विभाग को भेजा जा चुका है और वहां जाकर फाइन भरने पर ट्रैक्टर को छुड़वाया जा सकता है। जब पीड़ित ने रांची खनन कार्यालय में संपर्क किया, तो अब्दुल हाफिज नामक कर्मचारी ने बताया कि ट्रैक्टर को छोड़ने के लिए 10 हजार रुपये का ऑनलाइन फाइन और 42 हजार रुपये नकद रिश्वत देनी होगी। इसके बाद पीड़ित ने एसीबी को सूचित किया और एक ट्रैप के लिए आवेदन किया।
एसीबी ने मामले की जांच की और आरोपों को सही पाया। जैसे ही एसीबी की टीम ने ट्रैप करने की कोशिश की, आरोपी अब्दुल हाफिज कार्यालय में मौजूद नहीं पाया गया। इसके बजाय बिन्देश तिर्की ने कहा कि वह काम करवा देगा और इसके लिए 2 हजार रुपये की रिश्वत लेगा, जबकि बाकी राशि अब्दुल हाफिज लेगा। एसीबी ने बिन्देश तिर्की को रिश्वत की रकम लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।