रांची न्यूज डेस्क: झारखंड में सिरमटोली रैंप विवाद को लेकर आज आदिवासी संगठनों ने बंद का आह्वान किया है। यह बंद राजधानी रांची के साथ-साथ लातेहार, गुमला और अन्य जिलों में भी मिला-जुला प्रभाव दिखा रहा है। आदिवासी संगठन के सदस्य सरना झंडा और विरोध के पोस्टर लेकर सड़कों पर उतर आए हैं। बंद सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक रहेगा, जिसमें केवल आवश्यक सेवाओं को छूट दी गई है।
रांची के कई इलाकों में बंद समर्थकों ने सड़कों को जाम कर दिया है, जिससे शहर में सड़कें सुनसान नजर आ रही हैं। दुकानें और कार्यालय बंद हैं, लेकिन पुलिस पूरी तरह सतर्क है ताकि कहीं हिंसा या उपद्रव न हो। बंद समर्थकों ने बांस से रास्ते बंद कर दिए हैं, जिससे आम लोगों को आवागमन में काफी दिक्कतें हो रही हैं। इस दौरान वे ‘सरना धर्म कोड लागू करो’, ‘आदिवासी जमीन की हिफाज़त करो’, और ‘सादा पट्टा पर रोक लगाओ’ जैसी मांगों के पोस्टर लेकर विरोध जताते दिखे।
रांची के चान्हो और खेलगांव क्षेत्रों में भी बंद का असर साफ देखा गया। चान्हो में प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर चादर बिछाकर जाम कर दिया, जिससे दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। वहीं, खेलगांव में आदिवासी संगठनों के लोग हाथ में हाथ डालकर सड़क पर खड़े रहे, जिससे रास्ता पूरी तरह बंद हो गया। लोग दूसरी सड़कों से जाने को मजबूर हुए और गूगल मैप का सहारा लेने लगे। हालांकि सिमडेगा जिले में बंद का असर कम रहा, जहां थोड़ी देर के लिए रोड जाम हुआ लेकिन दुकानें खुली रहीं और आवागमन सामान्य था।
लोहरदगा जिले में भी बंद का मिला-जुला असर दिखा। बंद समर्थकों ने सड़क जाम करके यातायात बाधित करने की कोशिश की, जिससे लंबी दूरी की बसें और बॉक्साइट के ट्रक कम चले। यात्रियों को बसों के कम चलने से परेशानी हुई, जबकि ट्रेन सेवा सामान्य रही। कई चौक-चौराहों पर बंद समर्थकों ने बंद कराने का प्रयास किया, लेकिन ज्यादातर दुकानें खुली रहीं। पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने में सफल रहा।