रांची न्यूज डेस्क: झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) ने अपने क्षेत्रीय नेटवर्क में बड़े बदलाव किए हैं। बढ़ती आबादी और उपभोक्ताओं की संख्या को देखते हुए, रांची विद्युत एरिया बोर्ड को दो भागों में विभाजित किया गया है। अब रांची से गुमला को अलग कर एक नया विद्युत आपूर्ति क्षेत्र बनाया गया है। इसके अलावा, रांची को भी दो सर्किल में बांटा गया है, जिससे यहां अब दो अधीक्षण अभियंता होंगे। इस बदलाव का मकसद बिजली आपूर्ति प्रबंधन को और अधिक प्रभावी बनाना है।
बिजली आपूर्ति को सुचारु बनाने के लिए जेबीवीएनएल ने क्षेत्रीय पुनर्गठन के साथ-साथ नई नियुक्तियों पर भी ध्यान दिया है। रांची को रांची-1 और रांची-2 नामक दो विद्युत आपूर्ति अंचलों में बांटा गया है। हजारीबाग एरिया बोर्ड से कोडरमा को अलग कर नया एरिया बोर्ड बनाया गया है, जहां रामगढ़ सर्किल हजारीबाग में रहेगा और कोडरमा सर्किल अलग होगा। इसी तरह, साहिबगंज में एक नया एरिया बोर्ड बनाया गया है, जबकि गिरिडीह एरिया बोर्ड में गिरिडीह, देवघर और गोड्डा सर्किल को शामिल किया गया है।
इन संरचनात्मक बदलावों के साथ, मुख्यालय और क्षेत्रीय स्तर पर नए पद भी सृजित किए गए हैं। अब कार्यकारी निदेशकों की संख्या तीन से बढ़ाकर छह कर दी गई है। महाप्रबंधक (तकनीकी) के पद 16 से बढ़कर 27 हो गए हैं, जबकि महाप्रबंधक (सीजीआरएफ) के 11 नए पद जोड़े गए हैं। इसी तरह, उपमहाप्रबंधक (तकनीकी) के पद 40 से बढ़कर 59 हो गए हैं, और उपमहाप्रबंधक (सीजीआरएफ) के लिए 19 नए पद स्वीकृत किए गए हैं। ये बदलाव बिजली वितरण प्रणाली की दक्षता बढ़ाने और मॉनिटरिंग को मजबूत करने के लिए किए गए हैं।