रांची न्यूज डेस्क: रांची रथ मेला 2025 को लेकर जिला प्रशासन पूरी तैयारी में जुट गया है। समाहरणालय परिसर स्थित ब्लॉक-ए के सभागार में उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में बैठक हुई, जिसमें मेले के सफल और सुरक्षित आयोजन को लेकर कई अहम फैसले लिए गए। सबसे बड़ा फैसला यह लिया गया कि मेले में प्लास्टिक थैलियों, डिस्पोजेबल ग्लास, प्लेट और चम्मच के इस्तेमाल पर पूरी तरह पाबंदी होगी। उपायुक्त ने निर्देश दिया कि सभी दुकानदार और श्रद्धालु सिर्फ इको-फ्रेंडली बर्तनों का उपयोग करें जैसे दोना-पत्तल, बांस या मिट्टी से बने बर्तन। उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना लगेगा और स्टॉल सील भी हो सकता है।
मेले के दौरान सुरक्षा और मूलभूत सुविधाओं को लेकर भी प्रशासन सतर्क है। पांचों प्रमुख प्रवेश द्वारों पर वॉच टावर, लाइट और माइक की व्यवस्था की जाएगी। श्रद्धालुओं को पेयजल की दिक्कत न हो, इसके लिए डीप बोरिंग के साथ बिजली या जनरेटर की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। रथ यात्रा मार्ग को बेहतर बनाने के लिए उस पर मिट्टी, मोरम या स्टोन डस्ट डलवाया जाएगा। साथ ही, मेले के दौरान साफ-सफाई बनाए रखने के लिए बायो टॉयलेट लगाए जाएंगे। परिसर में मांस, मछली और शराब की बिक्री पर सख्त रोक रहेगी।
सुरक्षा के लिए पुलिस बल की तैनाती के साथ टेक्नोलॉजी का भी सहारा लिया जाएगा। जगन्नाथ मंदिर से लेकर मौसीबाड़ी तक सुरक्षा बल मौजूद रहेंगे। आयोजन स्थल पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे ताकि हर गतिविधि पर निगरानी रखी जा सके। समितियों के सदस्य और वॉलंटियर्स को पहचान पत्र जारी किए जाएंगे। भारी वाहनों की आवाजाही को रोकने और ट्रैफिक नियंत्रण के लिए विशेष रूट डायवर्जन प्लान भी लागू किया जाएगा। झूले जैसे मनोरंजन साधनों की सुरक्षा की भी कड़ी निगरानी होगी।
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से सहयोग की अपील की है। लोगों से कहा गया है कि वे मेले में प्लास्टिक का इस्तेमाल न करें और साथ में कपड़े की थैली लेकर आएं। इसके साथ ही परिसर की स्वच्छता और शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने में सहयोग करें। इस अहम बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी भी शामिल हुए, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में तैयारियों की जानकारी दी।