रांची न्यूज डेस्क: राजधानी रांची में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन सतर्क हो गया है। रिम्स और सदर अस्पताल ने मरीजों की संभावित बढ़ती संख्या से निपटने के लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं। रिम्स के क्रिटिकल केयर विंग के दो फ्लोर पर 10-10 बेड कोरोना संक्रमितों के लिए आरक्षित कर दिए गए हैं। इसके अलावा पुराने डेंगू वार्ड को आइसोलेशन यूनिट के रूप में विकसित किया गया है। वहीं सदर अस्पताल ने भी 20 बेड की विशेष व्यवस्था की है। साथ ही जरूरी दवाओं का पर्याप्त स्टॉक भी अस्पतालों में मौजूद है।
इस समय रिम्स में कोरोना के तीन मरीजों का इलाज चल रहा है। इनमें से एक रांची, दूसरा सिमडेगा और तीसरा उत्तर प्रदेश के गोरखपुर का निवासी है। तीनों मरीजों की उम्र 40 वर्ष से ज्यादा है — रांची का मरीज 55 साल का, सिमडेगा का 65 साल का और गोरखपुर निवासी 43 वर्ष का है। इन मरीजों में से दो को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है, जबकि एक को विशेष क्रिटिकल केयर विंग में भर्ती किया गया है।
रिम्स की ओपीडी में आने वाले मरीजों पर भी अब बारीकी से नजर रखी जा रही है। जिन मरीजों में कोरोना जैसे लक्षण देखे जा रहे हैं, उन्हें संदिग्ध मानते हुए तुरंत स्क्रीनिंग कराने की सलाह दी जा रही है। अस्पताल प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए संभावित संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए यह व्यवस्था लागू की है।
राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जनता को संबोधित करते हुए सतर्कता बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि देश के कई हिस्सों में फिर से कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं और ऐसे में सावधानी बेहद जरूरी है। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें, हाथों की साफ-सफाई रखें और लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं।