रांची न्यूज डेस्क: जेल के अंदर से मोबाइल वीडियो सामने आने के बाद मामला इतना गंभीर हो गया कि अदालत से लेकर जेल प्रशासन तक हर कोई सक्रिय हो गया है। अब पूरी व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए जेल प्रबंधन ने बड़ा बदलाव किया है। सबसे पहली कार्रवाई सीसीटीवी मॉनिटरिंग को लेकर हुई है, ताकि आगे कोई भी गड़बड़ी होते ही तुरंत पता चल सके।
जेलर को रोजाना डीवीआर चेक करने का निर्देश दिया गया है, वहीं जेल सुपरिटेंडेंट को हर दो दिन में डीवीआर मॉनिटरिंग करने की जिम्मेदारी मिली है। जेल आईजी ने साफ कहा कि अगर पहले यह मॉनिटरिंग सही तरीके से होती, तो जेल के अंदर का वीडियो बाहर नहीं आ पाता। यानी अब किसी भी ढिलाई की कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी जाएगी।
वीडियो सामने आने के बाद कई कर्मचारियों पर कार्रवाई भी की गई है। बिरसा मुंडा जेल में दो कैदियों के डांस वीडियो के बाद 8 कर्मियों पर सख्त एक्शन लिया गया। सहायक कारापाल को निलंबित किया गया, दो पूर्व सैनिकों को बर्खास्त कर दिया गया। इतना ही नहीं, पूरे जेल स्टाफ—क्लर्क से लेकर कंप्यूटर ऑपरेटर तक—का तबादला कर दिया गया है ताकि भ्रष्टाचार की जड़ें न फैल सकें।
जेल प्रबंधन का कहना है कि अगर मॉनिटरिंग और जिम्मेदारी तय तरीके से लागू हुई, तो झारखंड की जेलों में निश्चित रूप से सुधार दिखाई देगा। वरना यह कदम सिर्फ कागजों में ही रह जाएंगे और आने वाले दिनों में जेलों से जुड़ी खबरें फिर सुर्खियों में आती रहेंगी। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि यह सख्ती जमीन पर कैसे उतरती है।