मन की बात में बोले पीएम मोदी, ऑपरेशन सिंदूर बना देशभक्ति की प्रतीक छवि, भारत तेज़ी से बदल रहा है, जानिए पूरा मामला

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Posted On:Sunday, May 25, 2025

मुंबई, 25 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘मन की बात’ के 122वें एपिसोड के ज़रिए देश को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत ऑपरेशन सिंदूर से करते हुए कहा कि यह सिर्फ एक सैन्य अभियान नहीं, बल्कि भारत के बदलते स्वरूप, उसके साहस और संकल्प की जीवंत तस्वीर है। यह तस्वीर देश के हर कोने को देशभक्ति की भावना से भर देती है और पूरे राष्ट्र को तिरंगे के रंग में रंग देती है। उन्होंने भारतीय सेना के शौर्य की सराहना करते हुए कहा कि हमारी सेनाओं ने आतंकवाद के खिलाफ जिस तीव्रता और सटीकता से कार्रवाई की है, वह न केवल भारतवासियों का सिर गर्व से ऊंचा करती है, बल्कि पूरी दुनिया को आतंक के विरुद्ध हमारी शक्ति और प्रतिबद्धता का अहसास कराती है।

प्रधानमंत्री ने बताया कि इस अभियान में सेना ने पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकवादी ठिकानों जैसे गुलपुर, अब्बास कैंप और भिंबर के बरनाला कैंप को नष्ट कर दिया। इस ऑपरेशन ने जनमानस में इतनी गहरी छाप छोड़ी कि देशभर में बच्चों के नाम तक 'सिंदूर' रखे गए, कविताएं लिखी गईं, संकल्प गीत गाए गए और तिरंगा यात्राएं निकाली गईं। उन्होंने विशेष रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश और चंडीगढ़ के उदाहरण दिए, जहां लोगों ने बड़े स्तर पर सेना के प्रति सम्मान व्यक्त किया और युवाओं ने सिविल डिफेंस में स्वयंसेवक बनने के लिए बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के काटेझरी गांव का भी ज़िक्र किया, जहां पहली बार एक बस पहुंची। वर्षों से माओवाद की गिरफ्त में रहे इस क्षेत्र में यह एक बड़ी उपलब्धि है। लोगों ने ढोल-नगाड़ों के साथ बस का स्वागत किया और बताया कि इससे उनका जीवन कहीं अधिक सहज हो जाएगा। इसी क्रम में उन्होंने छत्तीसगढ़ के बस्तर और दंतेवाड़ा क्षेत्रों में शिक्षा के क्षेत्र में आए बदलाव की बात की, जहां अब बच्चे विज्ञान और खेलों में उल्लेखनीय प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि दंतेवाड़ा जिला 10वीं की परीक्षा में 95% परिणाम के साथ शीर्ष पर रहा, जो यह दर्शाता है कि माओवादी हिंसा से प्रभावित क्षेत्र अब विकास की राह पर हैं।

प्रधानमंत्री ने गुजरात के गिर क्षेत्र में शेरों की बढ़ती संख्या को लेकर प्रसन्नता जताई। उन्होंने बताया कि पिछले पांच वर्षों में शेरों की संख्या 674 से बढ़कर 891 हो गई है, जो संरक्षण प्रयासों की सफलता को दर्शाता है। यह सेंसस 35 हजार वर्ग किलोमीटर में किया गया, जिसमें दिन-रात निगरानी, वैरिफिकेशन और क्रॉस वैरिफिकेशन जैसे आधुनिक तरीकों का उपयोग किया गया। इसके साथ ही उन्होंने सिक्किम के डॉक्टर चेवांग नोरबू भूटिया के प्रयासों का ज़िक्र किया, जिन्होंने 'क्राफ्टेड फाइबर्स' नामक एक सोशल एंटरप्राइज की शुरुआत की है। यह ब्रांड पारंपरिक बुनाई को आधुनिक फैशन से जोड़ता है और स्थानीय संसाधनों व प्राकृतिक रंगों का उपयोग करता है। अपने संबोधन के अंत में प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर देशभर में फैलते उत्साह का ज़िक्र किया। उन्होंने बताया कि 21 जून को होने वाले इस आयोजन के लिए आंध्र प्रदेश सरकार ने ‘योगआंध्र’ अभियान शुरू किया है, जिसमें दस लाख लोगों को योग से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें इस बार योग दिवस कार्यक्रम में विशाखापट्टनम में शामिल होने का अवसर मिलेगा।


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