रांची न्यूज डेस्क: रांची वीमेंस कॉलेज के फैशन डिजाइनिंग विभाग और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (क्षेत्रीय केंद्र) द्वारा छात्राओं के लिए एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया है, जिसमें उन्हें नि:शुल्क सोहराई और कोहबर चित्रकला की कला सिखाई जा रही है। यह सात दिवसीय कार्यशाला छात्रों के लिए एक शानदार अवसर प्रदान कर रही है, जिसमें वे पारंपरिक चित्रकला तकनीकों को सीख सकते हैं। इस कार्यशाला का उद्घाटन पद्मश्री डॉ. मुकुंद नायक, कॉलेज की प्राचार्या डॉ. सुप्रिया, और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के क्षेत्रीय निदेशक कुमार संजय झा ने मिलकर किया।
कार्यशाला के पहले दिन छात्राओं को सोहराई और कोहबर चित्रकला के महत्व और उसकी तकनीकों के बारे में जानकारी दी गई। इसमें उपयोग होने वाले रंगों और चित्र बनाने के विभिन्न तरीकों के बारे में विस्तार से समझाया गया। छात्राओं को यह भी सिखाया गया कि कैसे इन पारंपरिक चित्रकला रूपों को फ्री हैंड बनाया जा सकता है, साथ ही रंगों का सही उपयोग और ड्राइंग में रंग भरने की कला पर भी प्रशिक्षण दिया गया। चित्रकला में जानवरों, वनस्पतियों और फूलों के रूपों का महत्वपूर्ण स्थान होता है, जिसे भी छात्राओं को समझाया गया।
इस कार्यशाला में फैशन डिजाइनिंग और गृह विज्ञान की छात्राएं हिस्सा ले रही हैं, जिन्हें हजारीबाग से आयीं कारीगर सीता कुमारी, अनिता देवी, रीना देवी और रिंकी देवी द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस कार्यक्रम का संयोजन फैशन डिजाइनिंग विभाग की शिक्षिका प्रो. रत्ना और प्रो. हर्षिता ने किया, जिन्होंने छात्राओं को इन पारंपरिक कलाओं में निपुण बनाने के लिए इस कार्यक्रम की योजना बनाई थी।